भारत की पहली महिला पहलवान जिसे कोई पुरुष नहीं हरा पाया।

हमीदा बनो का जन्म मिर्जापुर ,उत्तर प्रदेश मे हुआ था। उन्हें बचपन से ही कुश्ती का शौक था लेकिन उस समय कुश्ती सिर्फ पुरुष ही करते थे।

हमीदा बानो ने अलीगढ़ जाके कुश्ती के दांव पेच सीखे।

हमीदा बानो देश की वो महिला पहलवान थी जिसने बड़े बड़े पहलवानो को धुल चटा दी थी।  

हमीदा बानो के डर से गूंगा पहलवान ने हमीदा बानो से कुश्ती लड़ने से बना क़र दिया था।

1954 मे हमीदा बानो ने एलान किया की जो उन्हें हरयागा वह उससे शादी क़र लेंगी।  कई पहलवानो ने उनकी यह चुनौती स्वीकार करि परन्तु हमीदा बानो को हरा नहीं पाए।

हमीदा बानो का वजन 108 किलो था और लम्बाई 5 फ़ीट 3 इंच थी।  

हमीदा बानो रोजाना आधा किलो देसी घी खाती थी।

आज 4 मई के दिन गूगल का डूडल हमीदा बानो को याद क़र रहा है।